हमारे जीवन में सूक्ष्मजीवों के उपयोग

हमारे जीवन में सूक्ष्मजीवों के उपयोग| हमारे जीवन में सूक्ष्मजीवों के उपयोग तथा हानिकारक प्रभाव

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हमारे जीवन में सूक्ष्मजीवों के उपयोग

जहां सूक्ष्मजीव हमारे जीवन के लिए हानिकारक है, जिसके द्वारा कई बीमारियां संचालित होती है। कई भयानक रोग जैसे हैजा, एड्स, कॉलरा जैसी बीमारियां सूक्ष्मजीवों के कारण ही होती है। वहीं बहुत से सूक्ष्मजीव हमारे लिए आवश्यक भी हैं। इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि दही, पनीर, एंटीबायोटिक, ताड़ी आदि बनाने के लिए सूक्ष्मजीवों की महत्वपूर्ण भूमिका है।

सूक्ष्मजीव पूरे पृथ्वी पर पाया जाता है जैसे पेड़ पौधे मिट्टी हवा जल हमारे शरीर के भीतर एवं‌ अन्य जानवरों पर भी। ये वहां भी जीवित रह सकता है जहां कोई जीवन संभव नहीं, ये – 80⁰ ठंडे एव 100⁰ तक के गर्म स्थान पर भी जिंदा रह सकता है।

1. घरेलू खाद्य पदार्थ बनाने में सूक्ष्मजीवों का उपयोग :- बैक्टीरिया घर के खाद पदार्थ बनाने में बहुत उपयोगी है। इटली डोसा ब्रेड पनीर जैसे स्वादिष्ट भोजन बनाने मैं बैक्टीरिया का अहम भूमिका है। इन सभी खाद पदार्थ को बनाने से पहले इन्हें कुछ देर छोड़ दिया जाता है। जिससे सूक्ष्मजीव उसमें कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जित करके मुलायम बना देते हैं।

खास कर ब्रेड में उपयोग की जानेवाली बैक्टीरिया सेक्रोमाईसिज सेरेवेसी ब्रेड को बहुत ही मुलायम, स्पंजी और स्वादिष्ट बना देता है। ताड़ी,जो दक्षिण भारत का बहुत ही अच्छा पेय पदार्थ है। यह भी बैक्टीरिया की मदद से ही बनता है। खमीर मछली, सोयाबीन एवं बांस के तने का भोजन बनाने में भी बैक्टीरिया का प्रयोग किया जाता है।

सूक्ष्मजीवों के लाभ और हानि

चीज चीज, पुराने भोजन में से एक है,जो बहुत से लोगों का पसंदीदा भोजन है इसके अलग-अलग फ्लेवर एवं स्वाद बैक्टीरिया से ही आता है। जैसे :- स्विसचीज मैं बड़े-बड़े चित्र पाए जाने का कारण प्रोपियनीबैक्टेरियम सार मेनी बैक्टीरिया है एवं रॉकयू्फोर्ट चीज मैं एक खास प्रकार का फंगी पाया जाता है जिसके कारण चीज में विशेष स्वाद होता है जो खाने में बहुत ही स्वादिष्ट होता है

2. इन्डस्र्टील उपयोग:- सूक्ष्म जीवों का उपयोग केवल छोटे पैमाने पर नहीं बल्कि बड़े-बड़े पर फैक्ट्रियों में भी बड़े पैमाने पर किया जाता है खाद्य एवं पेय पदार्थ इसके उदाहरण हैं। सेक्रोमाईसीज सेरेवेसी बैक्टीरिया का उपयोग ब्रेड बनाने के अलावा पेय पदार्थ बनाने में भी किया जाता है जैसे:- शराब, बियर, व्हिस्की, ब्रांडी, रम बनाने में इस बैक्टीरिया का किया जाता है। इस बैक्टीरिया को साधारण भाषा में ब्रेवर ईस्ट कहते हैं।

जिसका उपयोग करके फर्मेंटेशन विधि (सूक्ष्म जीवों के संपर्क में रखकर) के द्वारा फलों के रस से अल्कोहल तैयार किया जाता है सभी पेय पदार्थ ने उपयोग किए गए अलग-अलग प्रक्रियाओं के कारण सभी में अल्कोहल की मात्रा अलग-अलग होती है। जैसे:- बियर में अल्कोहल की मात्रा 2% से 4% , व्हिस्की में 50% से 70% , ब्रांडी में 50% से 80%, रम में 40% से 50% अल्कोहल की मात्रा होती है। खाद्य एवं पेय पदार्थ के अलावा सूक्ष्म जीवों का उपयोग एंटीबायोटिक दवाइयां बनाने में भी किया जाता है।

हमारे जीवन में सूक्ष्मजीवों के उपयोग तथा हानिकारक प्रभावों को लिखिए। 

पेनिसिलिन एक एंटीबायोटिक दवा है जो पेनिसिलियम नोटैटम बैक्टीरिया से बनाया जाता है इसका खोज द्वितीय विश्व युद्ध के समय (1945) में फ्लेमिंग जैन और फ्लोरी के द्वारा किया गया था आज के समय में पेनिसिलिन के अलावा और कई एंटीबायोटिक है जो अन्य सूचना जीवो के द्वारा प्राप्त किया जाता है। ब्लैक काली खांसी गलघोटू और कुष्ठ रोग जैसे बीमारियों से मुक्त करने में एंटीबायोटिक का बहुत बड़ा योगदान रहा है। एंटीबायोटिक के बिना इस दुनिया की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं।

एंटीबायोटिक के अलावा अन्य रासायनिक पदार्थ कार्बनिक अम्ल अल्कोहल सूक्ष्मजीवों के द्वारा प्राप्त किए जाते हैं उदाहरण के लिए स्परजिलस नैगर(फंगी)-सिट्रिक एसिड, एसीटोबेक्टर एसिटी बैक्टीरिया-एसिटिक अम्ल, कॉलेस्टेडियम ब्यूटीलिकम-ब्यूटीरिक एसिड और लैक्टोबैसिलस-लैक्टिक एसिड। सूक्ष्मजीव से प्राप्त होने वाले कार्बनिक योगिक लाइपेसेस का उपयोग अपमार्जक बनाने में किया जाता है जो तेलहन दाग को हटाने में मददगार है।

बोतलबंद जूस, घर में बनाए जूस की अपेक्षा साफ होती है क्योंकि बोतलबंद जूस में पैक्टिनेजेज और प्रोटिएजेज एंजाइम मिले हुए होते हैं। यह कार्बनिक यौगिक भी सूक्ष्मजीवों से ही प्राप्त होते हैं। स्ट्रैप्टॉकोकस नामक बैक्टीरिया से प्राप्त एंजाइम स्ट्रैप्टोकाइनेज का उपयोग हृदय रोग के उपचार में किया जाता है। मोनास्कस परपरस ईस्ट से प्राप्त एंजाइम स्टैटिन का उपयोग कोलेस्ट्रोल कम करने में किया जाता है।


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